IMD Alert: इन राज्यों में अगले 48 घंटे में भारी बारिश, घर से निकलने से पहले जरूर जानें

देशभर में मई 2025 का महीना मौसम के लिहाज से बेहद खास रहा है। जहां आमतौर पर मई में भीषण गर्मी और सूखा रहता है, वहीं इस साल राजधानी दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, बिहार और कई राज्यों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश देखने को मिली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर, यूपी, बिहार और आसपास के क्षेत्रों के लिए भारी बारिश, आंधी-तूफान और तेज़ हवाओं का अलर्ट जारी किया है। इस बारिश के चलते न सिर्फ तापमान में गिरावट आई है, बल्कि जनजीवन पर भी काफी असर पड़ा है।

दिल्ली में तो मई महीने में 1901 के बाद सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में भी मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस वजह से कई जगहों पर जलभराव, पेड़ गिरने, बिजली कटौती और यातायात बाधित होने जैसी समस्याएं सामने आई हैं। आइए विस्तार से जानते हैं, IMD के इस बड़े अलर्ट, बारिश के आंकड़े, कारण, प्रभाव और जरूरी सावधानियों के बारे में।

What is IMD Rain Alert?

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 29 मई से 31 मई 2025 तक दिल्ली, यूपी, बिहार समेत कई राज्यों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान दिल्ली में 29 मई को ‘येलो अलर्ट’ और 30 मई को ‘ऑरेंज अलर्ट’ घोषित किया गया है। इसका मतलब है कि इन दिनों हल्की से मध्यम बारिश, तेज़ हवाएं (60–70 किमी/घंटा तक) और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।

यूपी और बिहार में भी 30 मई को भारी बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई है। पूर्वोत्तर राज्यों, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी है।

IMD अलर्ट का रंग कोड क्या है?

अलर्ट का रंगअर्थ (Meaning)
ग्रीन (Green)सामान्य मौसम, कोई खतरा नहीं
येलो (Yellow)सतर्क रहें, हल्की से मध्यम बारिश
ऑरेंज (Orange)तैयारी रखें, भारी बारिश
रेड (Red)तुरंत एक्शन लें, अति भारी बारिश

IMD Rain Alert:

बिंदुविवरण
अलर्ट जारी करने की तारीख29-31 मई 2025
प्रभावित राज्यदिल्ली, यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा, बंगाल, पूर्वोत्तर
दिल्ली में बारिश186.4 मिमी (मई 2025; 1901 के बाद सबसे ज्यादा)
अलर्ट का रंगयेलो (29 मई), ऑरेंज (30 मई), रेड (आवश्यकता अनुसार)
तेज़ हवाएं60-70 किमी/घंटा तक
मुख्य खतरेजलभराव, पेड़ गिरना, बिजली कट, यातायात बाधित
तापमान में बदलावअधिकतम 38-40°C, बारिश के बाद गिरावट
सावधानियांघर में रहें, पेड़ों के नीचे न जाएं, मौसम अपडेट देखें

दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ बारिश: मई 2025 की खासियत

इस साल दिल्ली में मई महीने में 186.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 100 से ज्यादा सालों में सबसे ज्यादा है। आमतौर पर मई में दिल्ली में औसतन 30.7 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार यह आंकड़ा 6 गुना से भी ज्यादा रहा। 25 मई को एक ही दिन में 81.4 मिमी बारिश हुई, जो 2021 के बाद सबसे ज्यादा है।

दिल्ली में मई 2025 के बड़े तूफान और बारिश

  • 2 मई: धूल भरी आंधी, 77 मिमी बारिश, 80 किमी/घंटा की हवाएं
  • 15 मई: धूल भरी हवाएं, 40-50 किमी/घंटा, दृश्यता घटी
  • 17 मई: गरज-चमक के साथ हल्की बारिश, 74 किमी/घंटा की हवाएं
  • 21 मई: तेज़ आंधी, 12 मिमी बारिश, 79 किमी/घंटा की हवाएं
  • 25 मई: भारी बारिश, 81.4 मिमी, 82 किमी/घंटा की हवाएं

यूपी-बिहार में भारी बारिश का अनुमान

मौसम विभाग के अनुसार यूपी और बिहार में भी 29-31 मई के बीच भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है। खासकर बिहार में 30 मई को तेज़ बारिश, गरज-चमक और 60 किमी/घंटा तक की हवाएं चल सकती हैं। यूपी के पूर्वी और मध्य हिस्सों में भी बारिश का असर दिखेगा।

यूपी-बिहार के लिए मुख्य अलर्ट

  • बिहार: गरज-चमक के साथ भारी बारिश, तेज़ हवाएं
  • यूपी: पूर्वी और मध्य भागों में बारिश, कुछ जगहों पर जलभराव संभव
  • झारखंड, ओडिशा, बंगाल: गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश

बारिश के पीछे के कारण: मौसम वैज्ञानिकों की राय

1. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ)

इस बार मई में सामान्य से ज्यादा (6 बार) पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से गुजरे, जिससे लगातार बारिश और आंधी-तूफान हुए।

2. चक्रवाती परिसंचरण

राजस्थान-हरियाणा के ऊपर 10 दिनों तक चक्रवाती परिसंचरण बना रहा, जिससे बादल और नमी लगातार बनी रही।

3. एल-नीनो और जलवायु परिवर्तन

एल-नीनो की वजह से वातावरण में अस्थिरता रही, जिससे गरज-चमक और बारिश बढ़ी। जलवायु परिवर्तन के कारण भी मौसम में ऐसी असामान्य घटनाएं बढ़ रही हैं।

4. शहरीकरण और हीट आइलैंड इफेक्ट

दिल्ली जैसे शहरों में शहरीकरण के कारण गर्मी और स्थानीय बादल बनने की प्रवृत्ति बढ़ गई है, जिससे बारिश और तूफान की तीव्रता बढ़ी है।

भारी बारिश के प्रभाव

1. जलभराव और ट्रैफिक जाम

दिल्ली, यूपी, बिहार के कई हिस्सों में जलभराव से सड़कें डूब गईं, ट्रैफिक जाम और वाहन फंसने की घटनाएं बढ़ीं।

2. पेड़ गिरना और बिजली कटौती

तेज़ हवाओं के कारण कई जगह पेड़ गिरे, बिजली के खंभे टूटे और बिजली आपूर्ति बाधित रही।

3. हवाई यात्रा पर असर

दिल्ली एयरपोर्ट पर 400 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुईं, कई फ्लाइट्स डाइवर्ट या कैंसिल करनी पड़ी।

4. तापमान में गिरावट

बारिश के बाद अधिकतम तापमान 31.6°C और न्यूनतम 19.8°C तक आ गया, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली।

5. जनहानि

कुछ जगहों पर दीवार गिरने, पेड़ गिरने जैसी घटनाओं में 12 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।

IMD अलर्ट के रंग और उनका मतलब

रंगक्या करें?बारिश की मात्रा (24 घंटे में)
ग्रीनसामान्य, कोई चिंता नहीं0–15.5 मिमी
येलोसतर्क रहें, अपडेट्स देखें15.6–64.4 मिमी
ऑरेंजतैयारी रखें, जरूरी काम टालें64.5–115.5 मिमी (भारी बारिश)
रेडतुरंत एक्शन लें, घर में रहें115.6 मिमी से ज्यादा (अति भारी बारिश)

लोगों के लिए जरूरी सावधानियां

  • मौसम विभाग की वेबसाइट या टीवी/रेडियो पर अलर्ट्स देखें।
  • बारिश या तूफान के समय घर में ही रहें।
  • पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे न जाएं।
  • खुले मैदान या छत पर न रहें।
  • जरूरी न हो तो यात्रा टालें।
  • मोबाइल में मौसम अलर्ट ऐप रखें।
  • बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
  • वाहन चलाते समय सतर्क रहें, जलभराव वाली सड़कों से बचें।

दिल्ली, यूपी, बिहार के लिए अगले 3 दिनों का मौसम अनुमान

तारीखदिल्लीयूपी-बिहार
29 मईहल्की बारिश, येलो अलर्टकुछ जगहों पर बारिश, गरज-चमक
30 मईमध्यम बारिश, ऑरेंज अलर्टभारी बारिश, तेज़ हवाएं
31 मईबारिश जारी, तापमान में गिरावटबारिश की संभावना, तापमान कम

बारिश के दौरान क्या करें और क्या न करें

क्या करें:

  • मौसम अपडेट्स लगातार देखें।
  • घर में जरूरी सामान जैसे टॉर्च, मोमबत्ती, बैटरी रखें।
  • बच्चों को बाहर खेलने न दें।
  • मोबाइल चार्ज रखें।
  • इमरजेंसी नंबर सेव रखें।

क्या न करें:

  • पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों।
  • जलभराव वाली जगहों से न गुजरें।
  • बारिश के दौरान छत या खुले मैदान में न जाएं।
  • तूफान के समय वाहन न चलाएं।

बारिश का असर: सामाजिक और आर्थिक

  • कृषि: बारिश से फसल को नुकसान या फायदा दोनों हो सकता है। बुवाई में देरी या जलभराव से नुकसान।
  • स्वास्थ्य: मच्छरजनित बीमारियां (डेंगू, मलेरिया) बढ़ने का खतरा।
  • यातायात: सड़कों पर जाम, रेल-हवाई सेवा बाधित।
  • शहरों में: जलभराव, सफाई की दिक्कतें, बिजली कटौती।

विशेषज्ञों की राय: क्या यह जलवायु परिवर्तन का संकेत है?

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मई में इतनी ज्यादा बारिश और तूफान सामान्य नहीं है। लगातार पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवात, और ग्लोबल वार्मिंग जैसे कारणों से मौसम में ऐसे बदलाव आ रहे हैं। भविष्य में भी ऐसे असामान्य मौसम की घटनाएं बढ़ सकती हैं, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।

निष्कर्ष

मई 2025 में दिल्ली, यूपी, बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में बारिश ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मौसम विभाग का अलर्ट बिल्कुल सही है और लोगों को सतर्क रहना चाहिए। बारिश के कारण तापमान में गिरावट, जलभराव, यातायात बाधा, बिजली कटौती जैसी समस्याएं सामने आई हैं। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन और स्थानीय कारणों से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।

Disclaimer: यह लेख मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा अलर्ट और विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। IMD द्वारा जारी अलर्ट और बारिश की संभावना पूरी तरह वास्तविक है और मई 2025 में दिल्ली, यूपी, बिहार में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की गई है। यह कोई अफवाह या फेक न्यूज नहीं है, बल्कि मौसम विभाग की आधिकारिक चेतावनी है। कृपया मौसम से जुड़ी ताजा जानकारी के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट या सरकारी सूचना स्रोतों पर ही भरोसा करें।

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