हर घर में चलती हैं ये 2 चीजें जो Electricity का खर्चा Double कर देती हैं – अभी जानिए कैसे करें कंट्रोल और बचाएं ₹1500

आज के समय में हर घर में बिजली की खपत लगातार बढ़ती जा रही है। जैसे-जैसे घरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे बिजली का बिल भी बढ़ता जा रहा है। खासकर गर्मी के मौसम में जब एसी, कूलर, फ्रिज और पंखे लगातार चलते हैं, तो बिजली का बिल कई गुना तक बढ़ जाता है। कई बार हम छोटी-छोटी गलतियों या आदतों की वजह से भी ज्यादा बिजली खर्च कर देते हैं, जिन पर ध्यान देकर आसानी से बिजली की बचत की जा सकती है।

भारत में औसतन एक घर हर महीने लगभग 90 से 100 यूनिट (kWh) बिजली खर्च करता है। यह खपत शहरों और गांवों में, और अमीर एवं गरीब परिवारों में काफी अलग-अलग हो सकती है। शहरी इलाकों में एसी, गीजर, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव जैसे उपकरणों के इस्तेमाल से बिजली की खपत ज्यादा हो जाती है, जबकि ग्रामीण इलाकों में खपत अपेक्षाकृत कम रहती है। लेकिन अगर हम घर में सबसे ज्यादा बिजली खाने वाले उपकरणों और आदतों को पहचान लें और कुछ आसान उपाय अपनाएं, तो बिजली के बिल में भारी बचत की जा सकती है।

Ways to Reduce Electricity bill

हर घर में कुछ ऐसे उपकरण होते हैं, जो सबसे ज्यादा बिजली खर्च करते हैं। अगर आप इन पर ध्यान देंगे और सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे, तो आपके बिजली के बिल में काफी कमी आ सकती है। आइए जानते हैं कौन-कौन सी चीजें सबसे ज्यादा बिजली खाती हैं और इनका सही इस्तेमाल कैसे करें।

घर में बिजली की खपत

उपकरण/आदतेंऔसत बिजली खपत (महीना)
एयर कंडीशनर (AC)120-200 यूनिट
रेफ्रिजरेटर (Fridge)30-50 यूनिट
गीजर (Geyser)40-60 यूनिट
वॉशिंग मशीन10-20 यूनिट
माइक्रोवेव/टोस्टर10-15 यूनिट
पंखा (Fan)15-25 यूनिट
टीवी/सेट टॉप बॉक्स8-15 यूनिट
पुराने बल्ब/ट्यूबलाइट10-20 यूनिट
चार्जर/स्टैंडबाय मोड2-5 यूनिट

एयर कंडीशनर (AC)

गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा बिजली की खपत एयर कंडीशनर करता है। एक सामान्य 1.5 टन का एसी अगर रोजाना 8 घंटे चलता है, तो महीने में 120-200 यूनिट तक बिजली खर्च कर सकता है। अगर आप इन्वर्टर तकनीक वाले 5 स्टार रेटिंग के एसी का इस्तेमाल करें, तो यह खपत काफी कम हो सकती है। साथ ही, एसी को 24-26 डिग्री तापमान पर चलाएं, समय-समय पर सर्विस कराएं और कमरे को अच्छी तरह सील रखें।

रेफ्रिजरेटर

फ्रिज पूरे साल लगातार चलता है, इसलिए इसकी बिजली खपत भी ज्यादा होती है। पुराने मॉडल के फ्रिज ज्यादा बिजली खाते हैं, जबकि 5 स्टार रेटिंग वाले नए फ्रिज कम बिजली में बेहतर कूलिंग देते हैं। फ्रिज को सही तापमान पर रखें, बार-बार खोलने से बचें और ओवरलोड न करें।

गीजर

सर्दियों में गीजर का इस्तेमाल बढ़ जाता है, जिससे बिजली का बिल भी बढ़ता है। गीजर को जरूरत के समय ही ऑन करें और तुरंत बंद कर दें। सोलर वॉटर हीटर का विकल्प भी अच्छा है।

वॉशिंग मशीन

अगर आप हफ्ते में 3-4 बार वॉशिंग मशीन चलाते हैं, तो महीने में 10-20 यूनिट तक बिजली खर्च हो सकती है। कोशिश करें कि कपड़े फुल लोड में धोएं और कम-से-कम स्पिन मोड का इस्तेमाल करें।

माइक्रोवेव, टोस्टर और ओवन

ये रसोई उपकरण भी बिजली की अच्छी-खासी खपत करते हैं, खासकर जब ये स्टैंडबाय मोड में रहते हैं। इस्तेमाल के बाद इन्हें पूरी तरह बंद कर दें।

पंखा

एक पंखा अगर दिनभर चलता है, तो महीने में 15-25 यूनिट तक बिजली खर्च कर सकता है। कमरे में न होने पर पंखा बंद रखें और समय-समय पर इसकी सफाई और मेंटेनेंस कराएं।

टीवी, सेट टॉप बॉक्स और चार्जर

टीवी और सेट टॉप बॉक्स को स्टैंडबाय मोड में छोड़ना या चार्जर को बार-बार प्लग में लगे छोड़ना भी बिजली की बर्बादी है। जरूरत न हो तो इन्हें मेन स्विच से बंद कर दें।

पुराने बल्ब और ट्यूबलाइट

इनकॉन्डेसेंट बल्ब और पुराने ट्यूबलाइट बहुत ज्यादा बिजली खाते हैं। इनकी जगह एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट लगाएं, जो कम बिजली में ज्यादा रोशनी देते हैं।

बिजली बचाने के आसान तरीके

अब जानते हैं कि घर में बिजली की बचत कैसे की जा सकती है। ये कुछ आसान और असरदार उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप महीने के अंत में अपने बिजली के बिल को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

  • इन्वर्टर और 5 स्टार रेटिंग वाले उपकरणों का इस्तेमाल करें – पुराने उपकरणों की जगह एनर्जी एफिशिएंट मॉडल चुनें।
  • पंखा, लाइट और अन्य उपकरण तभी चलाएं जब जरूरत हो – कमरे से निकलते समय इन्हें बंद करना न भूलें।
  • चार्जर और टीवी को प्लग से निकाल दें – चार्जिंग खत्म होते ही चार्जर को निकालें, टीवी को स्टैंडबाय मोड में न छोड़ें।
  • एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट लगाएं – ये कम बिजली में ज्यादा रोशनी देते हैं।
  • फ्रिज और गीजर का सही इस्तेमाल करें – फ्रिज को बार-बार न खोलें, गीजर को जरूरत के समय ही ऑन करें।
  • माइक्रोवेव, टोस्टर, ओवन को इस्तेमाल के बाद बंद कर दें – स्टैंडबाय मोड में ये भी बिजली खाते हैं।
  • दिन में प्राकृतिक रोशनी का उपयोग करें – जहां सूरज की रोशनी आ रही हो, वहां लाइट बंद रखें।
  • एसी का तापमान 24-26 डिग्री पर सेट करें – इससे बिजली की खपत कम होगी।
  • घर के उपकरणों की समय-समय पर सर्विस कराएं – सही मेंटेनेंस से बिजली की खपत घटती है।
  • कपड़े फुल लोड में ही वॉशिंग मशीन में धोएं – बार-बार मशीन चलाने से बचें।

बिजली की खपत को समझें

भारत में औसतन एक घर हर महीने 90-100 यूनिट बिजली खर्च करता है। शहरी इलाकों में यह खपत 150-250 यूनिट तक भी पहुंच सकती है, खासकर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में जहां एसी, गीजर और अन्य उपकरणों का ज्यादा इस्तेमाल होता है। वहीं, ग्रामीण इलाकों में यह खपत 60-80 यूनिट के आसपास रहती है।

बिजली की खपत को कम करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने बिजली के मीटर को नियमित रूप से देखें और समझें कि किस उपकरण से कितनी यूनिट खर्च हो रही है। इससे आपको यह भी पता चलेगा कि कहां-कहां बिजली की बर्बादी हो रही है।

बिजली बचत के लिए जरूरी बातें

  • जागरूक रहें – बिजली की खपत को लेकर परिवार के सभी सदस्यों को जागरूक करें।
  • बच्चों को भी समझाएं – बच्चों को सिखाएं कि लाइट, पंखा और अन्य उपकरण इस्तेमाल के बाद बंद करें।
  • बिजली के बिल का विश्लेषण करें – हर महीने के बिल को ध्यान से देखें और तुलना करें कि किस महीने में ज्यादा खपत हुई।
  • एनर्जी ऑडिट कराएं – अगर संभव हो तो घर का एनर्जी ऑडिट कराएं, जिससे पता चले कि कहां सबसे ज्यादा बिजली खर्च हो रही है।
  • सोलर पैनल का विकल्प चुनें – अगर आपके घर की छत पर जगह है, तो सोलर पैनल लगवाकर बिजली की बचत कर सकते हैं।

बिजली की खपत और बचत पर राज्यवार अंतर

भारत के अलग-अलग राज्यों में बिजली की खपत में काफी अंतर देखने को मिलता है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में औसत मासिक खपत 150-250 यूनिट तक है, जबकि महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु में 80-90 यूनिट और कर्नाटक में 60 यूनिट के आसपास है।

ग्रामीण इलाकों में 90% घरों की मासिक खपत 100 यूनिट से कम है, जबकि शहरी इलाकों में यह आंकड़ा 50% से भी कम है। इसका मुख्य कारण शहरी क्षेत्रों में ज्यादा उपकरणों का इस्तेमाल और सुविधा की आदतें हैं।

बिजली बचत की आदतें कैसे डालें?

  • हर दिन एक नई आदत डालें – जैसे कमरे से निकलते समय लाइट बंद करना, चार्जर निकालना आदि।
  • परिवार के सभी सदस्य मिलकर प्रयास करें – अकेले किसी एक के करने से फर्क नहीं पड़ेगा।
  • बिजली की बचत को एक खेल बनाएं – बच्चों के लिए इसे एक चैलेंज की तरह पेश करें।
  • हर महीने बचत का लक्ष्य तय करें – बिल कम आए तो परिवार को रिवॉर्ड दें।

बिजली बचाने के तकनीकी उपाय

  • स्मार्ट प्लग और टाइमर का इस्तेमाल करें – इससे आप उपकरणों को ऑटोमेटिक समय पर बंद कर सकते हैं।
  • स्मार्ट मीटर लगवाएं – इससे आपको हर समय बिजली की खपत की जानकारी मिलती रहेगी।
  • मोशन सेंसर लाइट्स लगाएं – ये लाइट्स तभी जलती हैं जब कोई कमरे में होता है।
  • सोलर एनर्जी का उपयोग बढ़ाएं – सोलर लाइट, सोलर वॉटर हीटर आदि लगवाएं।

बिजली बचत के फायदे

  • पैसे की बचत – बिजली का बिल कम आएगा, जिससे सालाना हजारों रुपये बच सकते हैं।
  • पर्यावरण की सुरक्षा – कम बिजली खर्च करने से कार्बन उत्सर्जन कम होगा।
  • देश की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान – जब हर घर बिजली बचाएगा, तो देश को ऊर्जा संकट से लड़ने में मदद मिलेगी।
  • उपकरणों की उम्र बढ़ेगी – सही तरीके से इस्तेमाल करने से उपकरण जल्दी खराब नहीं होंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. सबसे ज्यादा बिजली कौन सा उपकरण खाता है?
एसी, गीजर और फ्रिज सबसे ज्यादा बिजली खर्च करते हैं।

Q2. पुराने बल्ब बदलने से कितना फर्क पड़ता है?
एलईडी बल्ब लगाने से बिजली की खपत 80% तक कम हो सकती है।

Q3. क्या स्टैंडबाय मोड में भी बिजली खर्च होती है?
हां, टीवी, माइक्रोवेव, चार्जर आदि स्टैंडबाय मोड में भी बिजली खाते हैं।

Q4. बिजली बचाने का सबसे आसान तरीका क्या है?
जरूरत न हो तो सभी उपकरण बंद कर दें और एनर्जी एफिशिएंट उपकरणों का इस्तेमाल करें।

Q5. क्या सोलर पैनल से बिजली बिल कम हो सकता है?
हां, सोलर पैनल लगवाने से बिजली की खपत और बिल दोनों में भारी कमी आ सकती है।

निष्कर्ष

घर में बिजली की सबसे ज्यादा खपत करने वाले उपकरणों और आदतों को पहचानना और उन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। थोड़ी सी समझदारी और सही तकनीक अपनाकर आप अपने बिजली के बिल को काफी हद तक कम कर सकते हैं। जागरूकता, सही उपकरणों का चयन और छोटी-छोटी आदतें ही बिजली बचत का सबसे बड़ा उपाय हैं।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें बताए गए उपाय और आंकड़े आमतौर पर उपलब्ध सरकारी और विशेषज्ञ रिपोर्ट्स पर आधारित हैं, लेकिन हर घर की बिजली खपत अलग-अलग हो सकती है। बिजली की बचत के लिए बताए गए उपाय वास्तविकता में काफी हद तक असरदार हैं और इन पर अमल करने से बिजली के बिल में वाकई कमी लाई जा सकती है। फिर भी, हर घर की जरूरत और उपकरणों के हिसाब से परिणाम अलग हो सकते हैं।

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